
दिल्ली-NCR की हवा हर गुजरते दिन के साथ और ज़हरीली होती जा रही है। जहां दिसंबर में ठंड और धुंध नजर आनी चाहिए थी, वहां अब स्मॉग की मोटी चादर छाई हुई है।
Central Pollution Control Board (CPCB) की ताजा रिपोर्ट ने हालात की गंभीरता उजागर कर दी है।
सुबह 6 बजे ही राजधानी के कई इलाकों में AQI 400 के पार दर्ज किया गया, जो सीधे तौर पर Severe Health Emergency की कैटेगरी में आता है।
CPCB Report: दिल्ली के ये इलाके ‘डार्क रेड ज़ोन’ में
CPCB के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के कई हिस्से गैस चेंबर बन चुके हैं।
- वजीरपुर – AQI 443
- जहांगीरपुरी – AQI 439
- अशोक विहार – AQI 431
- नरेला – AQI 425
- बावना – AQI 424
इसके अलावा बुराड़ी, ITO, लोधी रोड, पंजाबी बाग, चांदनी चौक जैसे इलाकों में भी AQI 410+ रिकॉर्ड किया गया। कुल मिलाकर दिल्ली के 18 से ज्यादा इलाके ‘डार्क रेड ज़ोन’ में हैं। राजधानी का ओवरऑल AQI 387 पहुंच चुका है।
NCR में भी हाल बेहाल
दिल्ली से सटे इलाकों में भी हालात बेहतर नहीं हैं:
- नोएडा – AQI 422
- ग्रेटर नोएडा – AQI 418
- गाजियाबाद – AQI 422
तीनों शहर Severe Pollution Category में हैं, जहां बिना सुरक्षा सांस लेना भी जोखिम भरा हो चुका है।
हेल्थ अलर्ट: ज़हरीली हवा से बढ़ी बीमारियां
जहरीली हवा का असर अब साफ दिखने लगा है। अस्पतालों में इन शिकायतों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं:

- गले में खराश
- सांस लेने में दिक्कत
- आंखों में जलन
- सीने में जकड़न
दिल्ली सरकार भले ही प्रदूषण कम करने के दावे कर रही हो, लेकिन ग्राउंड रियलिटी स्मॉग से ढकी हुई है।
Health Experts की सलाह: ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने खास तौर पर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को सतर्क रहने की सलाह दी है:
बाहर वॉक, रनिंग और एक्सरसाइज से बचें
घर से निकलते समय N95 मास्क जरूर पहनें
बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रखें
एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें (अगर संभव हो)
दिल्ली में अब सवाल ये नहीं है कि “आज AQI कितना है?” बल्कि ये है — “आज सांस लेना सेफ है या नहीं?”
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